Sunday, June 15, 2014

फादर्स-डे पर विशेष दुनिया के श्रेष्ठ पिता को एक पुत्र की चिट्ठी



          थेंक्स पापा जो आपने हमेशा मुझे एक दोस्त ही समझा और मुझसे हमेशा दोस्ताना व्यवहार किया। इस वजह से मैं ना सिर्फ आपसे खुलकर बात कर पाया, बल्कि इस कारण मुझे आपसे कभी कुछ छिपाने की या झूठ बोलने की आवश्यकता नहीं पड़ी। सच कहता हूँ आपके इस दोस्ताना व्यवहार के कारण मुझमें हिपोक्रेसी या झूठ बोलने जैसे अवगुण पनप ही नहीं पाए।

      ...और देखो आपके आशीर्वाद से आज मैं कहां-से-कहां पहुंच गया। आज फादर्स-डे पर मैं विश्व के तमाम पिताओं से निवेदन करूंगा कि वे अपने बच्चों से दोस्ताना व्यवहार करें। इससे बच्चे ना सिर्फ हमेशा आपके निकट रहेंगे, बल्कि कई अवगुणों को ओढ़ने से बच भी जाएंगे।
      - एक समझू पिता का
    अच्छे से पाला हुआ पुत्र

    - दीप त्रिवेदी



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