साहिर
साहब, एक ऐसा नाम जिसे कोई भी फिल्म-संगीत का दीवाना कभी नहीं भुला सकता है। उनकी कलम
से निकला हर गाना भारतीय सिनेमा में अमर हो गया है। सच तो यह है कि यदि कोई गाना एक
ऊंचाई से ऊपर लिखा गया हो, तो आप दावे से कह सकते हैं कि यह साहिर लुधियानवी का ही
लिखा हुआ होगा। और मैं वादा करता हूँ कि दस में से नौ बार आप सही साबित होंगे। यह मानना
ही होगा कि एक शायर होने के बावजूद फिल्मी दीवानों के हृदय में साहिर साहब ने बड़े-बड़े
अभिनेताओं से ज्यादा गहरा राज किया। और निश्चित ही यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है।
वहीं यह बात उनके कलम की जादूगरी भी सिद्ध करती है। ऐसे महान साहिर साहब को आज याद
करते हुए सचमुच दिल शायराना हुआ जा रहा है।
- दीप त्रिवेदी
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