हवाईजहाज
ऊपर हवा में उड़ पाता है क्योंकि उसे उस हेतु अतिरिक्त ऊर्जा दी जाती है। वैसा ही मनुष्य
के मन का है। यदि आप मन से चौबीसों घंटे हवा में उड़ने की मस्ती का अनुभव करना चाहते
हैं तो उस हेतु आपको भी अपने मन को ऊर्जा से भरना होगा। और यह दो तरीकों से संभव है।
एक तो है ऊर्जा प्राप्त करने से। और जो प्राप्त की जा सकती है पॉजिटिव भावों व विचारों
से। नियमित व्यायाम व नींद से। और दूसरा है ऊर्जा का व्यय रोकने से। और उस हेतु आपको
बात-बेबात अपनी मानसिक ऊर्जा का व्यय करने की आदत से बचना होगा। आपकी ऐसी आदतों की
फेहरिस्त गिनाऊं तो अनावश्यक पंचायत करना, व्यर्थ की जानकारियां एकत्रित करना, अनावश्यक
पढ़ने-सुनने तथा बोलने की आदत होना, बात-बिना बात सोचना, बेमतलब की जिद्द करना वगैरह-वगैरह
इसमें शामिल है। सो उम्मीद करता हूँ कि ऊर्जा का महत्व जानकर आप अब ऊर्जा एकत्रित करने
तथा उसके व्यर्थ व्यय को रोकने पर ध्यान देंगे।
- दीप
त्रिवेदी
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