नमो – हमने दंगल तो प्लान कर लिया, पर जीतेगा कौन यह भी तय कर लें।
मुलायम – भाई, जीतना तो मुझे ही होगा।
मुसलमानों के वोट मैं उन्हें सुरक्षा का आभास देकर ही ले सकता हूँ।
और तुम्हें चाहिए हिंदुओं की सहानुभूति
…जो तुम्हें परिक्रमा रोके जाने से मिल ही जाएगी।
नमो – बात तो ठीक है, पर क्या जनता झांसे में आएगी?
मुलायम – अब आए या नहीं
पर हम नेता लोग तो अपनी चुनावी स्ट्रेटेजी उन्हें मूर्ख मानकर ही बनाते हैं।
मुलायम – भाई, जीतना तो मुझे ही होगा।
मुसलमानों के वोट मैं उन्हें सुरक्षा का आभास देकर ही ले सकता हूँ।
और तुम्हें चाहिए हिंदुओं की सहानुभूति
…जो तुम्हें परिक्रमा रोके जाने से मिल ही जाएगी।
नमो – बात तो ठीक है, पर क्या जनता झांसे में आएगी?
मुलायम – अब आए या नहीं
पर हम नेता लोग तो अपनी चुनावी स्ट्रेटेजी उन्हें मूर्ख मानकर ही बनाते हैं।
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