यदि होगा तो आप ईर्ष्या कभी नहीं करते
होओगे। क्योंकि तब तो आप जानते ही होंगे कि ईर्ष्या आपको कितना भीतर तक जला देती है।
कैसे आपके दिन और महीने बिगाड़ देती है। लेकिन यह सब जानते हुए भी आपको किसी व्यक्ति
या किसी बात से ईर्ष्या पकड़ती है तो फिर इस गलतफहमी में मत रहना कि आपको अपने से प्रेम
है।
- दीप त्रिवेदी
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