जीया सिर्फ वर्तमान में
जा सकता है। कार्य भी वर्तमान में ही किया जा सकता है। और समस्या आ खड़ी होने पर उसका
निराकरण भी सिर्फ वर्तमान में ही किया जा सकता है। भूतकाल की अच्छी या बुरी यादें अथवा
भविष्य की चिंताएं सिर्फ समय व ऊर्जा की बर्बादी है।
- दीप त्रिवेदी
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