देखिए, जैसे हजारों तरीके के फूल होते हैं और लाखों प्रकार के तारे होते हैं,
वैसे ही करोड़ों तरीके के बच्चे होते हैं। अतः चिल्ड्रन्स-डे पर हमारा यही निवेदन है
कि व्यर्थ हमारी आपस में तुलनाएं कर-करके हममें हीनता पैदा न करें। क्योंकि यदि एकबार
हमने बचपन में हीनता पकड़ ली तो फिर उससे निकलना हमारे लिए बड़ा मुश्किल हो जाएगा। हम
जानते हैं कि आप हमारा उज्वल भविष्य देखना चाहते हैं, और आशा करते हैं कि उस हेतु आगे
से हम बच्चों की आपस में तुलनाएं करना आप छोड़ ही देंगे।
- दीप त्रिवेदी
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