Friday, October 11, 2013

कॉम्प्लेक्स है क्या? ...सावधान



 एक दिन एक बच्चे का मन स्कूल जाने का नहीं कर रहा था
 उसने पापा को पटाते हुए कहा-पापा, मैं स्कूल जाना नहीं चाहता
 ...प्लीज, एक दिन नहीं जाऊंगा तो क्या फर्क पड़ जाएगा।

 पापा बोले..फर्क तो कुछ नहीं पड़ेगा
 तू जानता भी है कि मैं जबरदस्ती के पक्ष में रहता भी नहीं
 परंतु मेरे मान जाने से क्या होगा
 ...तेरी मां नहीं मानेगी।

 लड़का उदास होता हुआ बोला
 सच कहूं पिताजी तो मुझे भी मां से ही खतरा नजर आ रहा है।
 फिर कुछ देर सोचकर बोला
 परंतु आप तो मां को सालों से जानते हैं
 आप ही कोई चक्कर चलाओ न।

 पिताजी ने कहा- एक रास्ता है
 तू मां के पास जाकर कह कि मां आज मेरा स्कूल जाने का मन नहीं
 पर पिताजी नहीं मान रहे
 बच्चे को आइडिया जम गया।
 उसने तुरंत मां के पास जाकर कहा
 मां, मैं स्कूल जाना नहीं चाहता पर पिताजी डांट रहे हैं।

 मां ने बच्चे की ओर देखते हुए कहा
 वे डांटने वाले कौन होते हैं?
 घर में वही होगा जो मैं कहूंगी
 तुझे स्कूल जाने की कोई जरूरत नहीं
 देखती हूँ कि तेरे पिताजी तुझे कैसे स्कूल भेजते हैं?
 ...लड़के का काम हो गया।

 आप भी काम निकलवाना चाहते हैं तो ध्यान रखें
 कि कॉम्प्लेक्स खुद पालने की नहीं
 बल्कि दूसरों के पाले हुओं का फायदा उठाने की चीज है।

No comments:

Post a Comment