Monday, October 14, 2013

अकबर के जन्मदिवस पर



अकबर वह मुगल शासक है जिन्हें आज भी पूरा भारत याद करता है। सिर्फ चौदह वर्ष की कमसिन उम्र में राजा बने अकबर ने यह सिद्ध कर दिया कि कमसिन उम्र का प्यारा हृदय जो कर सकता है, वह बड़े-बड़े अनुभवी व मजे हुए लोगों के लिए भी आसान नहीं। अकबर ने यह सिद्ध कर ही दिया कि प्यारा हृदय हजारों क्षमताओं पर भारी है।

अकबर ने ना सिर्फ हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बढ़ाया बल्कि हिंदुओं को अपने कई अधिकार भी लौटाए। उन्होंने हर प्रकार की कला को प्रोत्साहन देकर लोगों को हसीन जीवन जीने का अंदाज सिखाया। और सबसे बड़ी बात, हजारों राजाओं और रजवाड़ों में बंटे हिन्दुस्तान को उन्होंने काफी कुछ एक कर दिया। और उनका भारत को अखंड बनाने का यह योगदान जब तक भारत है, नहीं भुलाया जा सकता है।

और अकबर के जीवन से सीखने वाली सबसे बड़ी बात यह कि बच्चे तब तक ही बच्चे हैं जब तक उनपर विश्‍वास कर उन्हें जवाबदारी नहीं सौंपी जाती। एकबार विश्‍वासपूर्वक जवाबदारी सौंपी तो फिर बच्चों की प्रतिभा सबपर भारी है। ऐसे महान अकबर को पूरे भारत की ओर से मेरा सलाम।

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