Saturday, May 3, 2014

कहीं आप ही तो अपने को बार-बार मुसीबतों में नहीं डालते हैं?


यदि आप अपनी शारीरिक, मानसिक या फायनेंशियल क्षमता से ऊपर की उड़ान भरते हैं, तो फिर यह स्पष्ट समझ लो कि आप स्वयं को ही बार-बार संकटों में डालने के उपाय कर रहे हैं। समझदार व्यक्ति कभी सीधे उड़ान नहीं भरता है, वह पहले उड़ान को टार्गेट बनाता है, फिर अपनी कपैसिटी चेक करता है, और यदि कपैसिटी कम मालूम पड़ती है तो पहले अपनी कपैसिटी बढ़ाने पर ध्यान देता है। और जब कपैसिटी बढ़ जाए तो ही उड़ान को टार्गेट करता है, वरना उस उड़ान को जीवन में से डिलिट कर देता है। यदि आप ऐसा नहीं करते और बिना कपैसिटी चेक किए उड़ानें भरते रहते हैं, तो फिर आपको मानना ही होगा कि आप स्वयं अपने को मुसीबत में डालने के उपाय खोजते रहते हैं।
  
   - दीप त्रिवेदी

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